धानुका सेम्प्रा हैलोसल्फ्यूरॉन मिथाइल 75% WG यह सल्फोनायल यूरिया समूह का नीदानाशी है। सेम्प्रा छिड़काव के 24 घंटे के अन्दर मोथे में फैलकर पोषक तत्व अवशोषण को रोक देता है जिससे व सूख कर मर जाते हैं। सेम्प्रा के छिड़काव के 4 घंटे बाद बारिश होने पर भी यह पूरी तरह असरकारक रहता है। सेम्प्रा मोथे मे 3-6 गठानों को खत्म कर देता है जिससे साल दर साल मोथे की संख्या में कमी आ जाती है। सेम्प्रा की निर्धारित मात्रा में छिड़काव करने पर गन्ने एवं मक्का पर कोई दुष्प्रभाव नही पड़ता है । सेम्प्रा मोथे को नियंत्रित कर फसल को पोषक तत्व उपलब्ध कराता है।
सेम्प्रा पत्तियो द्वारा अवशोषित होकर 24-48 घंटे में पूरे पौधे में फैल जाता है। सेम्प्रा मोथे में वैसक्युलर सिस्टम से स्थानान्तरित होकर, प्रोटीन बनाने वाले अमिनो एसिड्स को अमीनो बनने से रोकता है जिससे कोशिका विभाजन तुरन्त समाप्त हो जाता है।

धानुका सेम्प्रा हैलोसल्फ्यूरोन मिथाइल 75% WG इसके कई फायदे हैं।
➜ कम खुराक पर प्रभावकारिता: सेम्प्रा 36 ग्राम/एकड़ में मोथा के समक्ष उत्कृष्ट नियंत्रण प्रदान करता है। यह मिट्टी की अवशिष्ट गतिविधि भी प्रदान करता है और देर से उगने वाले खरपतवारों को नियंत्रित करता है। पारंपरिक खरपतवारनाशकों की तुलना में इसकी खुराक कम लगती है।
➜ पोषक तत्वों का उठाव रोकता है: सेम्प्रा उपयोग के 24 घंटे के भीतर ही मोथा द्वारा पोषक तत्व का उठाव रोक देता है, जिसके परिणामस्वरूप अच्छी स्वस्थ फसल होती है।
➜ फसल के लिए सुरक्षित: सेम्प्रा गन्ने और मक्का की फसल को नुकसान नहीं पहुंचाता है।
➜ मजबूत मृदा अवशिष्ट क्रिया: सेम्प्रा में मजबूत अवशिष्ट क्रिया होती है जिसके कारण यह नए अंकुरित मोथा को नियंत्रित करता है।
➜ निराई-गुड़ाई का खर्च कम: सेम्प्रा बार-बार की जाने वाली मैनुअल निराई से आजादी देता है जिससे खरपतवारनाशक के उपयोग में श्रम व लागत की बचत होती है।
➜ उपज में वृद्धि: सेम्प्रा अधिक उपज देता है इसलिए अधिक लाभ होता है।

फसल - गन्ना, मक्का।
आवेदन का तरीका - छिड़काव.
मात्रा - 
0.24 ग्राम/लीटर पानी
3.6 ग्राम/पंप (15 लीटर पंप )
36 ग्राम/एकड़ छिड़काव करें