बैंगन की जड़ों में गांठें पड़ जाती हैं। रोकथाम के उपाय बतायें।
समाधान- बैंगन की जड़ों में गांठें सूत्रकृमि (निमाटोड) के प्रकोप के कारण पड़ती हैं।
- सूत्रकृमि का पौधे में प्रवेश मिट्टी के माध्यम से होता है, और पौधे में परजीवी के रूप में रहता है। इसके प्रकोप के कारण पौधे कमजोर हो जाते हैं और उनकी उत्पादन क्षमता कम हो जाती है। इसका प्रकोप बैंगन कुल की अन्य फसलों जैसे टमाटर, मिर्च इत्यादि में भी होता है। इसके प्रकोप को नियंत्रित करने के लिये निम्न उपाय अपनायें।
- गर्मी में गहरी जुताई कर सूर्य का ताप लगने दें इससे इसकी विभिन्न अवस्थायें नष्ट हो जायेगी।
- फसल चक्र अपनाये- एक-दो वर्ष तक वही फसलें लें जिसमें इसका प्रकोप नहीं होता है जैसे गेंदा, मैथी, जीरा, धनिया, गेहूं, जौ आदि।
- ग्रसित खेतों का पानी दूसरे खेतों में न जाने दें।
ग्रसित खेत में उपयोग किये गये औजारों को अच्छी तरह धो लें।
- भूरेलाल जाटव, बारां (राज.)
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