शनिवार, 13 फ़रवरी 2021

इस्तेमाल की विधि

फसल को हानिकारक कीड़ों से बचाने के लिए ‘लाइट ट्रैप’ का प्रयोग 

फसलों को कीड़ों से बचाने के लिए ‘प्रकाश प्रपंच’ यानी लाइट ट्रैप तकनीक का इस्तेमाल उपयोगी साबित हो रहा है। किसान इस तकनीक का इस्तेमाल कर लाभ प्राप्त कर रहे हैं। कृषि वैज्ञानिकों ने इस तकनीक का उपयोग कर फसलों के लिए हानिकारक कीड़ों पर नियंत्रण के लिए सभी किसानों को इसका उपयोग करने की सलाह देते है। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार बरसात के मौसम में उमस भरा मौसम होता है, उस समय कीड़ों का प्रकोप सबसे अधिक होता है। प्रकाश प्रपंच विधि से कीट के प्रकोप को प्रारंभिक अवस्था में ही नियंत्रित कर लिया जाए तो फसलों को नुकसान कम होता है।

इस्तेमाल की विधि

फसलों में कीट प्रकोप होने पर खेतों में लाइट ट्रैप का उपयोग शाम सात बजे से रात नौ बजे तक करना चाहिए। लाइट ट्रैप में सौ या दो सौ वाट का बल्ब लगा रहता है। बल्ब की रोशनी से फसलों को हानि पहुँचाने वाले कीड़े आकर्षित होकर आते हैं। लाइट ट्रैप में नीचे की ओर एक डब्बा लगा रहता है। इस डब्बे के नीचे कपड़ा बंधा होता है, कीड़े गिर-गिर कर इसी कपड़े में इकट्ठा होकर नष्ट हो जाते हैं। लाइट ट्रैप उपकरण बिजली से चलता है, आजकल सोलर लाइट ट्रैप उपकरण भी आ गया है। लाइट ट्रैप उपकरण जिला मुख्यालयों में कृषि विभाग द्वारा किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें प्रदेश सरकारों की ओर से अनुदान भी मिलता है।

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